श्रीगंगानगर में कृषि विभाग ने अमानक और संदिग्ध बीज तैयार कर रही प्रोसेसिंग यूनिट्स के खिलाफ कार्रवाई शुरू की है। इस अभियान के विरोध में राजस्थान कृषि विक्रेता संघ ने हड़ताल का ऐलान किया है। हालांकि, विभाग ने इसे उनका लोकतांत्रिक अधिकार बताया है, लेकिन साथ ही चेतावनी भी दी है कि इस कार्रवाई की आड़ में भ्रम फैलाना अपराध की श्रेणी में आता है। कृषि विभाग का यह अभियान गाइडलाइन के तहत चलाया जा रहा गुण नियंत्रण कार्यक्रम है, जिसका उद्देश्य घटिया बीज के कारोबार को रोकना है। विभाग ने स्पष्ट किया है कि जो प्रोसेसिंग यूनिट्स नियमों का पालन करते हुए उत्कृष्ट बीज तैयार कर रही हैं, उन्हें इस अभियान का विरोध नहीं बल्कि समर्थन करना चाहिए।
सरकार ने बीज निर्माताओं को निर्देश दिया है कि वे निम्न रिकॉर्ड अपनी यूनिट में अनिवार्य रूप से रखें:
1. बीज स्रोत की जानकारी
2. फसल उत्पादन की निरीक्षण रिपोर्ट
3. किसानों की सूची
4. बुकरम पर्ची विवरण,
5. अंकुरण परीक्षण रिपोर्ट,
6. बीज उपचार का विवरण
7. लाइसेंस और किस्मों की अनुमति।
जिन कंपनियों के पास ये रिकॉर्ड नहीं हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। सरकार ने भरोसा दिलाया है कि जो व्यापारी ईमानदारी से काम कर रहे हैं, उन्हें डरने की जरूरत नहीं है। एक किसान पुत्र होने के नाते, अधिकारी ने स्पष्ट कहा कि अमानक बीज से किसानों के साथ धोखा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने विक्रेता संघ से अपील की कि वे गलत कारोबार करने वालों के खिलाफ अभियान में सहयोग करें।सही व्यापारियों को डरने की जरूरत नहीं, दोषियों पर होगी सख्त कार्रवाई