राजस्थान अपने रेगिस्तानी स्वभाव के कारण वैसे भी परेशान रहता है, संकोच की बात तो ये अप्रैल के शुरुआती दिनों में ही राजस्थान के कुछ जिलों में जून महीने जैसी गर्मी पड रही है। बता दे कि बाड़मेर में 42.7° सेल्सियस, जयपुर में 37.4° सेल्सियस, बीकानेर और चूरू में 39.8° सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। गर्मी के भयावह रूप से बचने के लिए सतर्कता बरतनी आवश्यक है, इसमें हमें कुछ मुख्य बिंदुओं का ध्यान रखना होगा जैसे –

लू से बचने एवं मौसम के अचानक हेर-फेर होने के कारण बीमारियों से सुरक्षित रहने के लिए घरेलु तरीकों के साथ तथा अपने रूटीन को बेहतर बनाकर बेहतर आहार को अपनाए …

पेय पदार्थों को ज्यादा महत्व देगा

र्मियों में भूख से अधिक गला सूखने की दिक्कत होती इसीलिए इस मौसम ठोस एवं भारी भोजन करने के बजाय तरल पदार्थों का सेवन करे, हर आधे-एक घंटे के अंतराल पर मीठा के साथ पानी पीए। फलो का रस, छाछ, दही, लस्सी, नींबु पानी, जल जीरा, मिल्क शेक, शरबत, केरी आदि का ज्यादा ज्यादा सेवन करना चाहिए। इन पदार्थों के सेवन से शरीर में ठंडक बनी रहती है साथ ही साथ ऊर्जा की भी प्राप्ति होती है।

सुबह उठना की आदत

सुबह की हवाएं स्वच्छ एवं ठंडी होती हैं इसीलिए गर्मियों में यह कोशिश करनी चाहिए कि सुबह जल्दी उठकर अपने सारे काम करने लेने चाहिए ताकि धूप से खुद को बचा पाए

ठंडी तासीर वाले पदार्थों का सेवन करना

गर्मी से बचने के लिए इस मौसम में तरबूज, खीरा, ककड़ी तथा मौसमी फलों का सेवन अधिक से अधिक मात्रा करना चाहिए साथ ही साथ गन्ने के जूस का सेवन भी शरीर में ठंडक लाने के लिए फायदेमंद होता है। ये पदार्थ शरीर के तापमान को समान्य रखने में मददगार होता है।

सुपाच्य एवं पौष्टिक आहार का सेवन

इस मौसम में हमेशा हल्का ताजा तथा जल्दी व आसानी से पचने वाला भोजन करना चाहिए तथा गर्मियों में ज्यादा समय तक भूखा भी रहना शरीर के लिए नुकसानदायक होता है इसीलिए थोड़े थोड़े अंतराल से पोषक तत्त्वों युक्त आहार का सेवन करते रहना शरीर को डिहाइड्रेशन से बचाने के साथ साथ ऊर्जा भी बढ़ाता है।

सूती एवं आरामदायक कपड़े पहनना

गर्मियों में कपड़ों का अधिक ध्यान देकर पहनना होता है अर्थात गर्मियों में सूती और हल्के वस्त्र पहनने चाहिए।

गर्मी के दिनों में दिनचर्या का खास ध्यान रखना चाहिए नहीं तो यह हमें शारीरिक एवं मानसिक दोनों प्रकार से क्षति पहुंचा सकती है। इसके कारण ना हम खुद का ख्याल रख पाते है और ना ही अपना काम कर पाते है।

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