जयपुर, 26 अप्रैल 2025: राजधानी जयपुर में शुक्रवार को उस समय तनाव फैल गया जब माणक चौक क्षेत्र स्थित जामा मस्जिद के सामने ‘पाकिस्तान मुर्दाबाद’ लिखा एक पर्चा चिपकाने को लेकर हजारों की भीड़ सड़क पर उतर आई। हालात बिगड़ते देख पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा।

 

यह पूरा मामला पहलगाम आतंकी हमले के विरोध में आयोजित एक सभा से जुड़ा है, जहां भाजपा विधायक बालमुकुंद आचार्य भी शामिल हुए थे। सभा के दौरान पाकिस्तान के खिलाफ नारेबाजी हो रही थी। उसी दौरान किसी ने “पाकिस्तान मुर्दाबाद” लिखा एक पोस्टर पास ही मस्जिद की दीवार पर चिपका दिया। इसी बात से आहत बताकर मुस्लिम समुदाय के हजारों लोग सड़क पर उतर आए, नारेबाजी की और हिंसा का प्रयास किया। स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा।

इस घटना के बाद जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने जानकारी दी कि विधायक बालमुकुंद आचार्य समेत अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ धार्मिक भावनाएं आहत करने सहित कई धाराओं में FIR दर्ज की गई है।

 

चौंकाने वाली बात यह रही कि भाजपा संगठन ने भी विधायक आचार्य को फटकार लगाई और उनसे माफी मंगवाई। इस पर सवाल उठने लगे हैं कि आखिर पाकिस्तान मुर्दाबाद कहने से भारत में रहने वालों की भावनाएं कैसे आहत हो सकती हैं? क्या देशभक्ति अब आतंकी हमलों के खिलाफ खड़े होने पर भी माफी मांगने लगेगी? क्या अब पहलगाम जैसे आतंकी हमलों के विरोध में कलमा पढ़ने के आयोजन होंगे?

बड़ा सवाल:

भारत में रहते हुए पाकिस्तान के खिलाफ नारा लगाना अपराध है या पाकिस्तान जिंदाबाद बोलने वालों की भावनाओं को ठेस से बचाना धर्मनिरपेक्षता का नया पैमाना बन गया है?

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